गुलाब की खेती कैसे करें | Rose Farming in hindi
इस आर्टिकल में जानेगे की गुलाब क्या है, गुलाब की खेती ( Rose farming ) कब होती है, गुलाब की खेती कैसे करे, गुलाब की खेती सबसे ज्यादा कहा की जाती है, गुलाब की किस्म , गुलाब की खेती का उत्पादन, खर्च एवं लागत और गुलाब की खेती में खरपतवार रोकने के लिए उपाय, गुलाब की मार्केटिंग और गुलाब की खेती से जुड़े कुछ सवाल जवाब के बारे में जानेगे।
गुलाब की खेती आज के समय में काफी फायदेमंद खेती है। भारत में इसकी खेती से लोगो को काफी मुनाफा भी प्राप्त हो रहा है। गुलाब की मांग बाजार में 12 महीने होती है।
आज के समय हर त्योहारों में, पूजा पाठ में, शादियों में या कोई भी छोटे से लेकर बड़े फंक्शन में गुलाब का उपयोग किया जाता है। यदि फूलो में गुलाब न हो तो डेकोरेशन में कमी ही लगती है।
गुलाब की इतनी मांग होने की वजह से आज के समय में बहुत इसकी खेती करते है और कई लोग खेती करने के शुरुआत भी कर रहे है। इसका बाजारी भाव में समय समय पर बदलता रहता है।
इसकी खेती करने में ज्यादा खर्च भी नहीं आता बस थोड़ी देखभाल अन्य फसलों की तुलना में ज्यादा करना पड़ता है। क्योकि यह फूलो में जंतु और कीट के लगने की संभावना होती है। परन्तु उसके लिए भी दवा के छिड़काव से यह समस्या भी दूर हो जाती है।
गुलाब क्या है | What is Rose
आज के समय में सभी को पता है की गुलाब एक सुगन्धित फूल है। जिसके बिना हर छोटे से बड़ा फंक्शन अधूरा अधूरा सा लगता है।
गुलाब का फूल यह कई रंगो में देखने को मिलता है जैसे लाल, गुलाबी, लाइट पिंक, पीला, सफेद आदि। गुलाब का फूल का उपयोग कई जगहों पर किया जाता है।
गुलाब का उपयोग भी आज कल बहुत सी चीजों में किया जाने लगा है जैसे गुलाब जल, इत्र, गुलकंद, डेकोरेशन, कई प्रोडक्ट्स में भी गुलाब का उपयोग किया जाता है।
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गुलाब की खेती भारत में कहाँ होती है |
- कर्नाटक
- तमिलनाडु
- महाराष्ट्र
- बिहार
- गुजरात
- पश्चिम बंगाल
- जम्मू कश्मीर
- पंजाब
- हरियाणा
गुलाब की खेती कब करनी चाहिए |
आप गुलाब की खेती तो कभी भी कर सकते है परन्तु यह उतना उत्पादन नहीं देगी जितना उचित समय पर करने पर उत्पादन प्राप्त होगा।
इसकी खेती का अनुकूल समय रबी का माना जाता है अर्थात सितम्बर से नवंबर का महीना या फिर फरवरी से मार्च के महीने में इसकी खेती करनी चाहिए।
गुलाब की किस्म | Types of Rose
- हाइब्रिड गुलाब
- रेड टॉप सीक्रेट गुलाब
- कश्मीरी गुलाब
- देशी गुलाब
- बोडक्स गुलाब
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गुलाब की खेती कैसे होती है | Rose farming
गुलाब की खेती निम्नलिखित तरीके से की जाती है।
गुलाब की खेती के लिए भूमि
गुलाब की खेती सभी प्रकार की मिट्टी में की जा सकती है। जैसे दोमट मिट्टी, रेतीली मिट्टी, काली मिट्टी, बलुई मिट्टी, चिकनी मिट्टी पर इसकी खेती के लिए लाल मिट्टी ज्यादा अच्छी मानी जाती है।
भूमि किसी भी प्रकार की हो परंतु भूमि उपजाऊ होनी चाहिए तथा भूमि जल निकासी वाली होनी चाहिए अर्थात जमीन में पानी एकत्रित नहीं होना चाहिए।
जिस मिट्टी में पानी का निकाल नहीं होगा वहां गुलाब की खेती नहीं हो सकती। इसकी मिट्टी का PH 4.5 से 6 के बीच में होना चाहिए। यदि 6 से ज्यादा हो तो जिप्सम का उपयोग करके उसे कम कर सकते है।
गुलाब की खेती के लिए खेत की तैयारी
आप ने जिस भी मिट्टी का चयन किया है उन सभी में खेत की तैयारी एक जैसी करनी पड़ती है। सबसे पहले खेत की 1 से 2 बार कल्टीवेटर से जुताई करनी है।
उसके बाद रोटावेटर का उपयोग करके मिट्टी को भुरभुरी बनाना पड़ता है। उसके बाद पाटा की मदद से खेत को समतल करना पड़ता है।
उसके बाद खेत में तारबंदी 5 से 7 फीट वाली करानी चाहिए। यदि आपने हाइब्रिड किस्म के गुलाब की खेती के लिए सोचा है तो उसके लिए आपको पॉलीहाउस और ग्रीन नेट का उपयोग करना पड़ेगा।
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गुलाब की खेती के लिए जलवायु
इसकी खेती ज्यादा ठन्डे प्रदेश में नहीं की जा सकती है। इसकी खेती के लिए 14°C से 30°C तक का तापमान उचित माना जाता है।
इसके लिए न ज्यादा ठन्डे प्रदेश होने चाहिए और न ही ज्यादा गर्म प्रदेश होने चाहिए। इसलिए जलवायु का भी विशेष ध्यान रखना पड़ता है।
गुलाब की बुवाई
खेत में आप गुलाब की कलम का भी उपयोग कर सकते है या फिर नर्सरी से गुलाब के पौधे को लेकर लगा सकते है। बस ध्यान रखे की जो भी पौध या कलम आप नर्सरी से लेगे वो 2 से 3 साल पुराने झाड़ की हो।
यदि आप कलम लगाते है तो 8000 से 10,000 कलम 1 एकड़ में लगती है और यदि आप पौध लेकर लगाते है तो 7000 से 9000 पौध 1 एकड़ में लगते है।
बेड पर पौध की बुवाई करते समय ध्यान रखे की एक पौध से दूसरे पौध के बीच में 3 फीट की दुरी हो साथ ही गुलाब का प्लांटेशन जिक जैक तरीके से करना है।
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गुलाब की बुवाई के लिए बेड की तैयारी
गुलाब की कलम या पौध यह सीधे जमीन में भी लगाया जा सकता है। परन्तु इसमें पानी एकत्रित न हो पाए इसका बहुत ध्यान रखना पड़ता है।
बेड पर बुवाई करने से पानी इकट्ठा नहीं हो पता साथ ही रोगों के फैलाव की समस्या भी कम रहती है। बेड के दोनों किनारों पर कलम या पौध लगाया जाता है।
खेत में बेड तैयार करते समस्य ध्यान रखे की एक बेड से दूसरे बेड की दुरी 5 फीट की हो तथा बेड की ऊंचाई 1 से 1.5 फीट की हो और बेड की चौड़ाई 3 फीट की हो।
गुलाब की खेती के लिए सिंचाई
गुलाब की सिंचाई हम Drip Irrigation या Flute Irrigation की पद्धति से कर सकते है। यदि आप Drip Irrigation पद्धति का उपयोग कर रहे है तो 2 से 3 दिनों के अंतराल पर सिंचाई करना है और इसमें जो पाइप होगी वह 16 mm की होनी चाहिए।
यदि आप Flute Irrigation पद्धति ( खेतो में कियारी के माध्यम से सिंचाई ) का उपयोग करते है तो इसमें 15 से 16 दिनों के अंतराल पर सिंचाई करनी पड़ती है परन्तु इसमें पानी एकत्रित होने की संभवना होती है जो गुलाब की खेती के लिए उचित नहीं होता है।
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गुलाब की खेती में खाद
सबसे पहले गुलाब की खेती में बेसल डोस डालना पड़ता है। बेसल डोस में यदि जैविक खेती करनी है तो बुवाई से पहले ही 2 टाली गोबर की खाद और 2 से 4 क्विंटल सरसो की खली या सूखे पत्ते को 1 एकड़ खेत में डालना है।
यदि रासायनिक खेती करनी है तो बेड के ऊपर DAP 50 kg, MOP 25 kg, SSP 100 kg और 2 टाली गोबर की खाद को 1 एकड़ खेत में डालना है।
खाद के Stage
गुलाब की खेती में खाद के निम्नलिखित stage है।
1st Stage :
जब इसकी खेती को 2 से 3 महीना हो जाये तब इसमें वर्मी कंपोस्ट 5kg खाद का छिड़काव करना है।
2nd Stage :
जब इसमें 1st stage का खाद का छिड़काव हो जाये तब 4 महीने से 5 महीने के बीच में यूरिया 20kg और Humic acid 10kg मिलाकर खेत में छिड़काव करना है।
3rd Stage :
जब दोनों stage का खाद का छिड़काव हो जाये तब 7 और 8 महीने में से किसी एक महीने में आपको SSP fertilizer 25kg, यूरिया 25kg और micronutrients 5kg तीनो का मिश्रण करके खेत में डाले।
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गुलाब की खेती में फ्लोवरिंग Stage
जब खेती फ्लोवरिंग स्टेज पर पहुंच जाये तब Siapton10 L tonic 30ml को 15 लिटर पानी में मिलकर पुरे खेत पर छिड़काव करे।
यदि फूल आने पर रस चूसने वाले कीड़े लग रहे है तो उसमे आपको कीड़ो को रोकने के लिए खेत में नीली या पीली ट्रैप 15 से 20 छोटी ट्रैप को 1 एकड़ खेत लगा लेना चाहिए।
गुलाब की कटिंग
जब हम नर्सरी से पौध लेते है तो ध्यान रखते है कि वह 1 से 2 साल पुराना होना चाहिए या फिर कलम लगाते है तो वो भी पुराने झाड़ को होने चाहिए।
यदि ऐसा नहीं है तो हम गुलाब की खेती में 1 साल तक कोई कटिंग नहीं करनी चाहिए परन्तु गुलाब के झाड़ की समय समय पर छटाई और देखभाल करते रहना चाहिए।
गुलाब के फूल झाड़ से 45 से 50 दिन बाद आने लगते है और कुछ दिन में वह फूल बाजार में बेचने के लिए तैयार हो जाते है। यदि आपको गुलाब के फूल की supply एक क्षेत्र से दूसरे जगह करना है तो उसे थोड़ा पहले ही कटिंग कर ले या फिर कोल्ड स्टोरेज में रखे।
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गुलाब की खेती में खरपतवार रोकने के लिए
खरपतवार तो सभी प्रकार की खेती में उग जाते है जिससे खेती में इसके लिए भी अलग अलग रसायनो का उपयोग करके इनको खेत में से खत्म करना पड़ता है।
इसकी खेती में हम बेड के ऊपर Mulching paper को लगा कर खरपतवार को होने से रोक सकते है। Mulching paper को लगाने से खेत में सिंचाई भी कम करनी पड़ती है।
गुलाब के खेत में Mulching paper 30 माइक्रोन का 1 एकड़ में लगाना पड़ता है। इससे जड़ो के पास नमी भी बनी रहती है। खेत में यदि दोनों बेड के बीच में खरपतवार उग जाये तो उसे मशीन से साफ कर ले।
गुलाब के फूल की Marketing
गुलाब की फूल की मांग बाजारों में 12 महीने होती है। क्योकि त्यौहार हो या कोई फंक्शन हर जगह गुलाब से डेकोरेशन होता है। जिस तरह राष्ट्रिय फूल कमल है उसी तरह फूलो का राजा गुलाब है।
आपने जिस भी प्रकार के गुलाब की खेती की है चाहे वह देशी हो या फिर हाइब्रिड उनकी बाजार में अलग अलग भाव तो रहते है परन्तु दोनों गुलाबो को बाजार में कम से कम 50 रूपये प्रति किलोऔर ज्यादा से ज्यादा 300 से 350 रूपए प्रति किलो बिकता है।
यह भाव गुलाब की quality और quantity पर निर्भर करता है। इसलिए कई बार गुलाब के भाव में फेर बदल देखने को मिलता है।
गुलाब के फूल का उत्पादन, लागत और कमाई
गुलाब के फूल का उत्पादन 70 से 80 क्विंटल प्रति एकड़ होता है। यदि आपने गुलाब की देखभाल अच्छी की हो तथा किटको और जन्तुओ से गुलाब के फूल को बचाया हो तभी इतना उत्पादन प्राप्त होता है।
गुलाब की खेती में 70,000 से 80,000 रूपए प्रति एकड़ की लागत लगती है। यदि आपके बाजार में गुलाब का भाव अच्छा रहा तो लोगो को गुलाब की खेती से 2 लाख से 3 लाख प्रति एकड़ की कमाई हो सकती है।
जिसके कारण गुलाब के अलग अलग किस्म की खेती करने से लोगो को काफी अच्छा मुनाफा भी प्राप्त होता है।
गुलाब की खेती से जुड़े कुछ सवाल जवाब
गुलाब की बुवाई कब करे?
गुलाब की बुवाई सितम्बर से नवंबर के महीने मे करना चाहिए।
गुलाब के फूल कितने दिन में तैयार होते है?
गुलाब के फूल 45 से 50 दिन में तैयार हो जाते है।
हाइब्रिड गुलाब की खेती कैसे होती है?
हाइब्रिड गुलाब की खेती पॉलीहाउस में की जाती है। यह फूल कम समय में जल्दी खिल जाते है परन्तु इनकी आयु ज्यादा समय के लिए नहीं होती है।
कश्मीरी गुलाब की खेती कैसे होती है?
कश्मीरी गुलाब की खेती के लिए ज्यादा पानी की आवश्यकता नहीं होती तथा इस गुलाब में ज्यादा कांटे नहीं होते है। जिससे इसकी कटाई भी सरलता से की जा सकती है।
देशी गुलाब की खेती कैसे होती है?
देशी गुलाब की खेती खुली जगह पर की जा सकती है। परन्तु इसके गुलाब के फूल अन्य गुलाब के फूल की अपेक्षा में थोड़े छोटे होते है।