केसर की खेती कैसे करें | Saffron Farming

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इस आर्टिकल में केसर की खेती कैसे करे, केसर की खेती कब करें, केसर की खेती किस मिट्टी में करे, केसर की अच्छी किस्मे, केसर की खेती भारत में कहाँ करे, खेती से होने वाली कमाई, केसर के फायदे आदि के बारे में जानेंगे

केसर की खेती एक लाभदायक व्यवसाय है जो कि भारत में बहुत सम्मानित है। केसर को सबसे महंगा मसाला माना जाता है और इसकी मांग विदेशों में भी बहुत ज्यादा है।

केसर की खेती का समय अक्टूबर से फरवरी के बीच में होता है। यह खेती खुशबूदार मिट्टी वाले इलाकों में की जाती है और ठन्डे तापमान वाले स्थानों में भी अच्छी उपज होती है।

केसर की खेती के लिए अच्छी खेती तकनीक, समय पर जल व्यवस्था और खेत में उपयुक्त मात्रा में ऊर्जा और पोषक तत्वों का उपयोग करना आवश्यक होता है।

केसर की खेती कैसे करे

केसर की खेती करने के लिए निम्नलिखित बातों का पालन करना चाहिए।

मिट्टी और जलवायु ( Soil and climate )

केसर की खेती के लिए उपयुक्त मिट्टी लोमड़ी, बलुई एवं दोमट मिट्टी होती है। जो अच्छी तरह से नमी रखती हो।

केसर के पौधे ठन्डे जलवायु में अधिक उगते हैं। परन्तु यदि इन्हे गर्म जलवायु में उगना है तो उनकी खेती में 1 दिन में 4 से 5 बार सिचाई करनी पड़ेगी।

फसल की तैयारी ( Saffron farming preparation )

केसर की खेत को अच्छी तरह से तैयार करें और उसमें गोबर की खाद एवं जैविक खाद डालें। इसके आलावा नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटाश भी डाल सकते है।

यदि केसर की पैदावार अच्छी हो तो खेत को ढंग से जोतना भी बहुत महत्वपूर्ण होता है। जिससे हमारी फसल को बढ़ने में मदद होगी।

बीज चुनाव

Saffron seeds

केसर की खेती के लिए स्थानीय बीजों का उपयोग करें जो आपकी क्षेत्र में उपलब्ध हों। या फिर केसर के बीज Amazon जैसे online प्लेटफार्म पर भी बिकते है।

बुआई

केसर के बीजों को बोने से पहले उन्हें भिगोकर रख दें। जिससे उनके बीजो में नमी बनी रहे। बुआई का समय नवंबर से दिसंबर के बीच में होता है।

कई बार केसर के बीजो की बुआई जुलाई से सितम्बर के बीच में भी की जाती है। क्योकि जो गर्म जलवायु में खेती करते है उन्हें सिंचाई ज्यादा करनी पड़ती है और इन महीनो में बारिश होती।

देखभाल

केसर के पौधों की देखभाल नियमित रूप से की जानी चाहिए। उन्हें नियमित रूप से पानी देना चाहिए और उन्हें अच्छी तरह से खाद देना चाहिए।

Kesar farming in hindi

यदि उनकी देखभाल में कोई भी कमी आती है तो उसका सीधा असर हमारी फसल पर पड़ता है।

रोग और कीट प्रबंधन

केसर की खेती में रोग और कीट प्रबंधन बहुत महत्वपूर्ण है। इसलिए नियमित रूप से अपनी फसल की स्थिति की जांच करते रहें।

Saffron Farming in hindi

रोग और कीटों से निपटने के लिए उपयुक्त उपाय अपनाएं। जिससे तुरंत उसका समाधान किया जा सके।

फसल की कटाई

केसर की फसल को बारिश शुरू होने से पहले काट लें। क्योकि जो केसर होता है वह फूलो में होता है। यदि बारिश हो गयी तो हमारी सारी केसर ख़राब हो जाएगी।

Kesar ki katayi

बारिश से पहले काटने पर फसल के वजन में कमी नहीं होगी। क्योकि फूलो में से हमारी केसर झड़ेगी नहीं। उसकी कुछ भाग को पानी में डूबने से भी बचाया जा सकता है।

फसल का संचय

फसल की कटाई के बाद फसल को धूप में सुखा लें। क्योकि जब हम फूलो में से केसर निकलते है तो उसमे नमी बनी रहती है।

केसर की खेती

यदि हमने उसे अच्छी तरह सुखाया नहीं तो उसका ख़राब होने का भी डर रहेगा। सूखाने के बाद उसे उचित स्थान पर संचयित कर के रख दें।

मार्केटिंग ( Marketing )

केसर की खेती से प्राप्त केसर को बेचने के लिए स्थानीय बाजारों की जांच करना जरुरी होता है। ऐसा करने से आपको कोई भी केसर का कम भाव नहीं देगा।

जिससे आपको नुकसान भी नहीं होगा। यदि आपका केसर अच्छी गुणवत्ता का होता है, तो आप इसे देश और विदेश में भी बेच सकते हैं।

और पढ़े : जिरेनियम की खेती कैसे करे

केसर के प्रकार ( Types of Saffron )

  • कश्मीरी केसर
  • अमेरिकी केसर
  • सरगोल केसर
  • गुच्छा केसर
  • पोशल केसर
  • नेगिन केसर

यह भी पढ़े : Hydroponic farming की मदद से करेले की खेती

केसर की खेती कहाँ होती है

  • स्पेन
  • फ्रांस
  • भारत
  • ईरान
  • ईटली
  • ग्रीस
  • जर्मनी
  • जापान
  • रूस
  • चीन

भारत में केसर की खेती कहाँ होती है

  • जम्मू कश्मीर
  • हिमाचल प्रदेश
  • उत्तराखंड

इसे जाने : CIMAP क्या है

केसर का भाव ( Price of Saffron )

बाजार में केसर बहुत महंगी बिकती है। इसलिए यदि इसकी खेती की जाये तो बहुत मुनाफा होता है।

क्योकि यदि कश्मीरी केसर की खेती की गयी है तो वह 3 लाख से 3.5 लाख रूपए प्रति किलो बिकती है। यदि अमेरिकी केसर की खेती की है तो यह 1 लाख से 1.5 लाख रूपए प्रति किलो बाजार में बिकती है।

1 एकड़ में कितना केसर का उत्पादन

यदि हम 1 एकड़ में केसर की खेती करते है तो हमें उस 1 एकड़ में से 10 kg केसर प्राप्त होगी। यदि 1 kg केसर 2.5 से 3 लाख रूपए बेचे तो आराम से किसानो को काफी ज्यादा मुनाफा हो सकता है।

केसर खाने से फायदे ( Benefits of Saffron )

केसर के खाने के कुछ लाभ हैं। यहाँ उनमें से कुछ बताए गए है।

Benefits of Saffron

स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद ( Benefits of saffron for health )

केसर में विटामिन A, विटामिन C और विटामिन E के साथ-साथ खनिज जैसे कैल्शियम, पोटैशियम, आयरन और फोस्फोरस मौजूद होते हैं।

इन सभी तत्वों से केसर शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है।

त्वचा के लिए फायदेमंद ( Benefits of saffron for skin )

केसर में एंटीऑक्सीडेंट और त्वचा को नरम और चमकदार बनाने वाले तत्व होते हैं। इसलिए, इसे खाने से त्वचा की सेहत बनी रहती है।

बढ़ते हुए बच्चों के लिए फायदेमंद ( Benefits of saffron for children )

केसर में मौजूद विटामिन A बढ़ते हुए बच्चों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। यह उनके हड्डियों को मजबूत बनाता है और उनकी वृद्धि में मदद करता है।

खून साफ करने के लिए फायदेमंद ( Benefits of saffron for purify blood )

केसर में मौजूद खनिजों की मदद से यह शरीर में जमी हुई गंदगी को बाहर निकालने में मददगार होता है। इसलिए, इसे खाने से खून साफ होता है।

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