नीमच-जावद सिंचाई योजना, नीमच के किसान पंजाब को भी पीछे छोड़ सकती हैं

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मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने नीमच जिले के किसानों के लिए सिंचाई सुविधाओं की महत्वपूर्णता पर विचार करते हुए कहा है कि इससे पंजाब के किसानों को भी पीछे छोड़ दिया जा सकता है। वह बताते हैं कि नीमच जिले में गांधी सागर बांध और अन्य साधनों के माध्यम से किसानों के खेतों में पानी पहुँचाने का काम किया जा रहा है, जिससे कि वह अपनी खेती को बेहतर तरीके से संचालित कर सकें।

उन्होंने पुरानी सरकार की निष्कलंकता पर सवाल उठाते हुए कहा कि गांधी सागर बांध जैसे बड़े परियोजनाओं के माध्यम से किसानों को पर्याप्त सिंचाई उपलब्ध कराने की दिशा में क्यू नहीं सोचा गया था। वह इस नए पहलु के साथ साबित कर रहे हैं कि ऐसे कठिन कामों को भी संभव किया जा सकता है।

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श्री चौहान ने बताया कि नीमच-जावद सिंचाई योजना की लागत लगभग 3500 करोड़ रुपए होने की उम्मीद है और इसकी शुरुआत शीघ्र ही होगी। उन्होंने इसके साथ ही बताया कि सोमवार को नीमच जिले के मनासा में 1208 करोड़ रुपए की रामपुरा मनासा वृहद सूक्ष्म दाबयुक्त सिंचाई परियोजना के भूमि-पूजन समेत विभिन्न निर्माण कार्यों का उद्घाटन किया।

नीमच-जावद सिंचाई योजना क्या है
Photo by Maria Orlova on Pexels.com

उन्होंने इस योजना के अंतर्गत सभी नगर पंचायतों को 3 करोड़ रुपए की राशि प्रदान करने का भी ऐलान किया है, जिसमें पहली किश्त के रूप में एक करोड़ रुपए दिए जाएंगे। इसके साथ ही उन्होंने मनासा में महाविद्यालय भवन के निर्माण की बात भी की और सिंचाई परियोजनाओं से छूटे हुए गांवों को जोड़ने का प्रस्ताव पेश किया।

इस विकास पर्व के कार्यक्रम में एमएसएमई मंत्री ओम प्रकाश सकलेचा, विधायक माधव मारू, श्री दिलीप सिंह परिहार समेत बड़ी संख्या में नागरिक भागीदार रहे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इस मौके पर उद्योग, कृषि, और सामाजिक क्षेत्रों में विकसित होने के लिए सरकार की योजनाओं के बारे में भी बातचीत की। उन्होंने यह भी दर्शाया कि सरकार उन्हीं कामों पर ध्यान दे रही है जिनसे सामाजिक समर्थन की आवश्यकता है, जैसे कि लाड़ली लक्ष्मी और लाड़ली बहना योजनाएं। इन योजनाओं के माध्यम से बेटियों को समर्पित किया जा रहा है और उन्हें सम्मानित और सशक्त बनाने का प्रयास किया जा रहा है।

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नीमच-जावद सिंचाई योजना क्या है

इस योजना के अंतर्गत पर्याप्त सिंचाई सुविधाओं के साथ किसानों को उनके खेतों में पानी पहुँचाने का उद्देश्य है। यह योजना किसानों के जीवन को सुगम और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने का लक्ष्य रखती है। इसके माध्यम से नगर पंचायतों को भी विकसित करने का प्रयास किया जा रहा है। नीमच-जावद सिंचाई योजना की लागत लगभग 3500 करोड़ रुपए होने की उम्मीद है और इसकी शुरुआत शीघ्र ही होगी।

लाड़ली लक्ष्मी और लाड़ली बहना योजनाएं: ये योजनाएं महिला बच्चियों के जीवन को सुरक्षित और सम्मानित बनाने का उद्देश्य रखती हैं। इनके तहत बेटियों के विवाह तक की निरंतर वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है जो उनके भविष्य को सुरक्षित बनाने में मदद करती है।

इस विकास पर्व के कार्यक्रम में उपस्थित नागरिकों ने मुख्यमंत्री श्री चौहान के प्रयासों की सराहना की और उनके नेतृत्व में प्रदेश के विकास में योगदान का संकेत दिया।

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