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किसानों को चेतावनी: सोयाबीन फसल के कीटों से बचाव में कीटनाशक का प्रयोग आवश्यक

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सोयाबीन फसल के कीटों से बचाव

आपकी खेती की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता!

जिले भर में सोयाबीन की फसल का समय आ गया है और 30 से 40 दिनों की उम्र हो गई है। जिसमें कुछ वैरायटियों में तो पहले ही फूल आ गए हैं। ऐसे में, कृषि विभाग ने सभी किसान भाइयों को सतर्क रहने की सलाह दी है कि वे सोयाबीन फसल और अन्य फसलों में लगने वाले कीटों के खिलाफ नियमित रूप से कीटनाशक का प्रयोग करें।

कीटनाशक के प्रयोग से फसल की बचाव में महत्वपूर्ण भूमिका

सोयाबीन फसल में तने की मक्खी का नियंत्रण करने के लिए आपको कीटनाशक “थायोमिथाक्सम लेम्बडा सायहेलोथ्रिन” का उपयोग करना चाहिए। यह कीटनाशक 125 मि.ली प्रति हेक्टेयर की मात्रा में छिड़काव किया जा सकता है, जो कि फसल के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करेगा।

थायोमिथाक्सम लेम्बडा सायहेलोथ्रिन

इसके साथ ही, फसल में फूल आने से पहले ही “क्लोरइंट्रानिलिप्रोल” का प्रयोग करने से पत्ती खाने वाले कीटों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सकती है। यह कीटनाशक 18.5 एस.सी. (150 मि.ली प्रति हे.) की मात्रा में फैलाया जा सकता है, जिससे कीटों का प्रभाव नियंत्रित रहेगा।

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चक्र ग्रंग (गर्डल बीटल) के खिलाफ उपाय

अगर आपके फसल में “चक्र ग्रंग (गर्डल बीटल)” नामक कीट बढ़ गए हैं, तो इसके नियंत्रण के लिए आपको कीटनाशक “साइक्लोप्रीड” या “प्रोफेनोफॉस” का प्रयोग करना चाहिए। “साइक्लोप्रीड” 21.7 एस.सी. (750 मि.ली प्रति हे.) की मात्रा में या “प्रोफेनोफॉस” 50 ई.सी. (1250 मि.ली.प्रति हे.) की मात्रा में फैलाया जा सकता है, जो आपकी फसल को चक्र ग्रंग (गर्डल बीटल) की हानिकारक प्रभाव से बचाएगा।

सुरक्षित खेती के लिए महत्वपूर्ण निर्देश

  • फसल के लिए कीटनाशक का प्रयोग करते समय सुरक्षा निम्नलिखित निर्देशों के साथ करें।
  • फसल की मात्रा और आवश्यकतानुसार ही कीटनाशक का प्रयोग करें।
  • चूंकि फसल में तने की मक्खी के प्रभाव की बढ़ रही है, इसलिए समय पर कीटनाशक का प्रयोग करें।
  • फसल की सेवाएं नियमित रूप से करें और अवसादित तत्वों से बचाएं।
  • फसल के पौधों की सुरक्षा के लिए कीटनाशक का प्रयोग करते समय प्राथमिकता दें।

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सावधानीपूर्णता और प्रौद्योगिकी से सुरक्षित फसल उत्पादन

आपकी फसल की सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी है। इसलिए, आप सभी किसान भाइयों से अनुरोध है कि आप उपयुक्त निर्देशों का पालन करें और सुरक्षित खेती के साथ सावधानीपूर्णता बरतें। किसी भी कीटनाशक का उपयोग करने से पहले कृषि विशेषक या नजदीकी कृषि सेवा केंद्र से सलाह ले। ऐसा करके हम सभी मिलकर महत्वपूर्ण फसलों के खिलाफ कीटों के प्रति संघर्ष में सफलता प्राप्त कर सकेंगे।

सुरक्षित फसल पैदावार की आपकी सफलता की कामना करते हैं!

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