किसान हो जाए सावधान ! आ गई जहरीली ” इल्ली ” | इल्ली क्या होती है?
नागपुर के काटोल तहसील में पथरी विठोबा के खेत में उगाई गई नेपियर घास में जहरीली इल्ली कीड़ा देखने को मिली है।
डॉक्टर प्रदीप देवन जो की डॉ. पंजाबराव देशमुख कृषि विश्वविद्यालय अकोला के किट शास्त्री है उन्होंने जानकारी देते हुए कहा की किसानों को इन इल्ली से सावधान रहने की जरूरी है यह इल्ली ज़हरीली होने से मानव शरीर को न छुए इसका खास ध्यान रखना जरूरी है।
पंडरी विठोबा टिडके एक दुग्ध व्यवसाय किसान है उन्होंने अपने गाय भेस के चारे के लिए नेपियर घास की खेती की थी जिसमे यह जहरीली इल्ली देखने को मिली है।
मराठवाड में कुछ अन्य फसलों में भी यह ज़हरीली इल्ली कीड़ा देखने को मिला है जैसे की मक्के की खेती में भी यह ज़हरीली इल्ली दिखी है।
तहसील के कृषि अधिकारी सुरेश कन्नड़ के अनुसार यह इल्ली कुछ चुनींदा फसलों पर ही ज्यादा नजर आ रही है।
इन ज़हरीली इल्ली से बचने के लिए किसान भाई को क्लेरीपायरीफॉस 25ml या प्रोफेनोफॉस 20ml या क्विनालफॉस 25ml, 10 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करना चाइए। छिड़काव करने के साथ दिनों तक छिड़काव वाली घास या फसल को पशुओं को नहीं खिलाना चाहिए।
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इल्ली क्या होती है?
इल्ली यह पीले हरे रंग के बहुभक्षी किट है। यह पलक झपकते ही पत्तों को आसानी से खा जाते है। यह इल्ली ज्यादातर बरसात के मौसम में देखने को मिलते है।
इन इल्लियों के शरीर पर छोटे छोटे बाल होते है जिसमे आत्मरक्षा के लिए विष ग्रंथियां होती है। जब कभी मानव यह किट के संपर्क में आता है तब इल्ली अपने बालों से जहर मानव शरीर पर चोद देता है।
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मानव शरीर पर ज़हरीली इल्ली के लक्षण और उपाय
इल्ली का जहर जैसे ही मानव शरीर के संपर्क में आता है वहा निशान छोड़ देता है और तेज जलन होने लगती है।कुछ व्यक्तियों में यह लक्षण अति गंभीर देखने को मिलता है।
किसान भाईयों को इससे डरने की जरूरत नहीं है। नेपियर घास अथवा तो मक्के की खेती में जाते समय सावधानी बरतें। अगर गलती से इल्ली शहरी के संपर्क में आती है तो उसे सावधानी से शरीर से दूर करें और बर्फ, बेकिंग सोडा और पानी का पेस्ट उस जगह पर लगाए। जरूर पढ़े तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं और सलाह लें।
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