इलायची की खेती कैसे करे | इलायची की खेती से कमाये लाखो रूपए
इस आर्टिकल में इलायची की खेती कैसे करे,कहाँ करे, कब करे, इलायची का उपयोग, किस प्रकार की मिट्टी में यह खेती करे, इलायची की खेती से होनेवाली कमाई के बारे में जानेंगे।
इलायची को हम मसाला कह सकते है या मुखवास में उपयोग होने वाली चीज कह सकते है। इलायची के बिना हर खाना बेस्वाद है। इलायची का उपयोग केवल खाने या मसालों में ही नहीं होता। कई बार इसका उपयोग घरेलु उपचार में भी किया जाता हैं।
इलायची यह ऐसा मसाला है जिसकी मांग दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। जिससे मांग बढ़ने से कीमत में भी वृद्धि हो रही है। किसानो को इसकी खेती करने से बहुत मुनाफा भी मिल सकता है।
देखा जाये तो पुरे विश्व में इलायची की खेती सबसे ज्यादा भारत देश में होती है। जिससे विश्व में इलायची का निर्यात भी भारत देश करता है और इसकी बाजार मे कीमत भी अधिक है।
इलायची की खेती कैसे करें ? ( How to cultivate Cardamom ? )
- इलायची का पौधा होता है जिसकी खेती इलायची के बीजों के द्वारा ही होती हैं।
- जो इलायची हमारे घर के खानों में या मसलों में उपयोग होती है उनके बीजों से खेती नहीं होती है।
- जिससे सबसे पहले आपको एकदम हरी इलायची के बीजों को खरीदना है या जहाँ इसकी खेती होती है वहाँ से लेना है।
- जब बीज मिल जाये तो उन्हे 24 घंटे के लिए पानी में भिगोकर रख दें।
- फिर आपको सिरका ( vinegar ) 15 ml से 20 ml जितना लेना है और गुनगुने पानी लेकर उसमे बीज को अगले 24 घंटे के लिए भिगो दे।
- उसके बाद एक कपड़ा लेना है उस पर बीजो को ड़ाल दे और थोड़ा फैला कर रखे।
- कपड़े के ऊपर बीजो को डालने के बाद पारदर्शी डब्बे में रख दे।
- 3 से 10 दिन बाद बीज अंकुरित हो जाते है।
- बीज अंकुरित हो जाये तब यदि आप इसे गमले में लगाना चाहे तो वहाँ लगा दे या फिर खेतो में लगा दे।
- खेत या गमलें की मिट्टी को आपको बुवाई के लिए तैयार कर लेनी है।
- इलायची को ऐसी जगह उगाना हैं जहाँ सूर्य की किरणे पौधे पर सीधी न पड़े अर्थात पौधे को ज्यादा धूप न लग पाये।
- इसलिए इलायची के पौधे को किसी छायेदार पेड़ के नीचे लगा दे या गमले को ऐसी जगह रखें जहाँ सीधी धूप न आती हो।
- फिर आपको खेत में थोड़ी-थोड़ी दूर पर उन बीजो को खड्डे में डाल दे जो अंकुरित हुये है और ऊपर से थोड़ी मिट्टी से ढक दे। ध्यान रखे की मिट्टी को हल्के हाथ से ढ़कना है।
- बीजों लगाने के बाद उसकी सिंचाई करना बहुत जरुरी है। इसलिए उसकी सिंचाई करें।
- इस प्रकार आपको समय समय पर सिंचाई करनी होगी और खेत की देख रेख करनी होगी।
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इलायची की खेती के लिये उचित मिट्टी और जलवायु (Suitable soil and climate for Cardamom cultivation )
इलायची की खेती के लिए लाल एवं दोमट वाली मिट्टी अच्छी मानी जाती है। कई जगह काली मिट्टी में भी इसकी खेती की जाती है। परन्तु रेतीली मिट्टी पर इलायची की खेती नहीं करनी चाहिए।
इलायची की खेती के लिए मिट्टी का PH 5 से 7 होना चाहिए। इलायची की खेती ऐसी जमीन पर करना चाहिए जहाँ पानी इकट्ठा ना हो। वहाँ पानी बहता रहना चाहिए।
इलायची की खेती में मिट्टी में भी थोड़ा खाद्य को डालकर उसे थोड़ी उपजाऊ बनानी चाहिए। इलाइची की खेती के लिए तापमान 10°C से 35°C जितना होना चाहिए।
इलायची का उपयोग ( Use of Cardamom )
इलायची का उपयोग अलग अलग तरीके से किया जाता है। जैसे खाने में या मीठा पकवान बनाने के लिए मसालों के रूप में उपयोग होता है। चाय में भी इलाइची का उपयोग किया जाता है।
कईबार इसका मुखवास के रूप में भी उपयोग होता है। इलायची यह सुगन्धित होता है जिससे हर कोई इसे पसंद करता है।
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इलायची की खेती किस महीने में होती है ? ( Which month cardamom is cultivated )
इलायची की खेती जून से जुलाई के महीने में की जाती है। इन महीनो में न तो ज्यादा गर्मी होती है और न ही ज्यादा बारिश होती है। जिससे इसके पौधे सरलता से विकसित हो सकते है।
इलायची की खेती कहाँ होती है ? ( Where is Cardamom Cultivated )
इलायची की खेती भारत में अलग अलग राज्यों में होती है।
- केरल
- कर्नाटक
- तमिलनाडु
- महाराष्ट्र
इलायची की खेती करने से होने वाली कमाई ( Earning from cardamom Cultivation )
इलायची का बाजार में भाव कभी कम होता है तो कभी ज्यादा होता रहता है। जिससे जो इलायची की खेती करता है वो बाजार में इलायची को प्रति किलो 1000 रूपए से 2000 रूपए तक बेचता है।
जिससे यदि कोई इलायची की खेती करता है तो वह सरलता से 2 लाख से 3 लाख रूपए कमा सकता है। जिससे उसे बहुत मुनाफा भी हो सकता है।
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