जानें कैसे की जाती है नेपियर घास की खेती
नेपियर घास एक हाइब्रिड घास का प्रकार है। नेपियर घास में
14 % से 16 % तक प्रोटीन, 14 % तक फैट और कार्बोहाइड्रेट्स
एवं 7 % तक सुगर पाई जाती है।
नेपियर घास की खास बात यह है
6 से 7 वर्षो तक किसानों
को आराम से पशुओं के लिए चारा उपलब्ध
होता है।
खेती के लिए सबसे
पहले खेत की जुताई
करनी चाहिए।
जो मिट्टी होती है वह भरभर हो
जाती है और भरभर मिट्टी में कोई भी
बीज आसानी से अंकुरित
हो जाते है।
बुवाई करने से पहले
खेत को समतल
कर लेना चाहिए एवं जो
अनावश्यक घास
जिसे
खरपतवार
बोलते हैं यदि वह उग जाये तो
उसे भी
साफ
कर ले।
नेपियर घास की जो तना होता है तो उनके तनो को इस प्रकार
काटे की
एक तना में 2 से 3 गांठ
आये।
नेपियर घास की जो तना होता है तो उनके तनो को इस प्रकार
काटे की
एक तना में 2 से 3 गांठ
आये।
जिससे जब आप
तने को जमीन के अंदर डाले तो
1 से 2 गांठ जमीन के अंदर होनी
चाहिए एवं
दूसरी जमीन के ऊपर होनी
चाहिए इस तरह आपको इस बात की बुवाई करनी है।
घास की खेती के लिए
गोबर की खाद प्रति हेक्टर 130 से 150 क्विंटल
तक होनी चाहिए। इसके अतिरिक्त
40 से 50 किलो पोटाश एवं 50 से 60 किलो नत्रजन
चाहिए।
नेपियर घास की बुवाई करने के बाद एक बार खेत में
नमी बन
जाये इस तरह सिंचाई करनी चाहिए।
इसलिए
8
से 10 दिन के अंतराल पर
ही सिंचाई करनी चाहिए
। यही
ठंडी के मौसम में 15 से 20 दिन
के अंतराल में सिंचाई करनी चाहिए
इस घास को चारे के लिए तैयार होने में
3 से 4 महीने लग
जाते हैं। तब इस
घास की ऊंचाई 1.5 से 2 मीटर जितनी
हो जाती है।
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