जानें मशरूम की खेती कब और कैसे करें जाने पूरी विधि

मशरूम एक प्रकार का कवकीय पदार्थ है जिसका उपयोग हम खुराक के तौर पर कर सकते हैं

भारत में इन पांच किस्म की खेती होती है। बटन मशरूम , ढिंगरी मशरूम, दूधिया मशरूम, पैडीस्ट्रा मशरूम, शिटाके मशरूम 

वही इन सभी में सबसे ज्यादा बिकने वाली मशरूम , बटन मशरुम है जिसकी सबसे ज्यादा डिमांड है। 

भारत में सबसे ज्यादा मशरूम की खेती ओडिशा में की जाती है लेकिन पीछे बीते कुछ सालों में बिहार ने सबसे ज्यादा मशरूम का उत्पादन किया है

मशरूम की खेती कैसे होती है

मशरूम की खेती में सबसे पहले खाद तैयार करनी पड़ती है जिसे कम्पोस्ट खाद कहते है इस खास प्रक्रिया अपना कर बनाया जाता है जिसकी सम्पूर्ण जानकारी आर्टिकल में दी हुयी है। 

खाद तैयार होने के बाद मशरुम के बीज तथा खाद  को परतों में पॉलीथिन में भरा जाता है। 

मशरूम के बीज आप नजदीकी कृषि सेवा केंद्र अथवा तो ऑनलाइन अमेज़ॉन तथा indiamart से खरीद  सकते है। 

 

कम्पोस्ट में बीज मिलाने का अनुपात 2 से 3% जितना होना चाहिए यानि की 100KG पर 2KG बीज मिलाना चाहिए।

 

बुवाई की प्रक्रिया समाप्त हो जाने के बाद इस पॉलीथिन बैग्स में छोटे-छोटे छिद्र कर दिए जाते हैं जिससे मशरूम के पौधे बाहर निकल सके।

 

बीजों को लगाने के बाद इस फसल को 15 दिनों तक हवा से बचाना पड़ता है

 

ध्यान रहे कि इन 15 दिनों में कमरे में नमी लगभग 70 से 80 प्रतिशत तक ही होनी चाहिए।

 

मशरूम की फसल को अच्छे से उगाने के लिए आपके कमरे का तापमान 20 से 25 डिग्री सेल्सियस तक होना चाहिए।

 

मशरूम की फसल 30 से 40 दिनों में तैयार हो जाती है जिसके बाद हाथो से इसकी कतई करके बाजार में बेच सकते है। 

मशरूम की खेती के बारे में संछिप्त में जानने के लिए Swipe UP करें।