'लंपी वायरस' से इन्फेक्टेड गाय का दूध पीना चाहिए ?

लंपी वायरस एक संक्रामक रोग है, जो सबसे अधिक गायों को प्रभावित करता है।

पिछले साल गायों में इस वायरस के बड़े मामले देखे गए थे और अब भी कई इलाकों में बढ़ोतरी दर्शाई जा रही है।

आपने शायद अवारा गायों की त्वचा पर गांठें देखी होंगी, जो लंपी वायरस के कारण उत्पन्न होती हैं।

गायों के शरीर के विभिन्न हिस्सों पर गांठें बनने से यह रोग मच्छर, मक्खी, परजीवी कीट आदि के कारण फैलता है।

लंपी वायरस दुधारू गायों को भी प्रभावित कर सकता है और उनके शरीर पर गांठें बना सकता है।

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लंपी वायरस को लेकर लोगों के मन में यह डर रहता है कि क्या इस वायरस से पीड़ित पशुओं का दूध पिया जा सकता है या नहीं?

FAO (खाद्य और कृषि संगठन) की रिपोर्ट के अनुसार, संक्रमित पशुओं के दूध में अब तक इस वायरस की पहचान नहीं की गई है

साथ ही, दूध को उबालकर सभी वायरसों को नष्ट किया जाता है, और इसके उपयोग को सुरक्षित माना जाता है।

लम्पी वायरस से संक्रमित पशुओं का दूध पिने से इंसानो को कोई हानि नहीं होगी। परन्तु, ध्यान रखे की कच्चे दूध का सेवन करने से बचे। 

लम्पी वायरस रोग के लक्षण तथा बचाव के उपाय से जुडी जानकारी के लिए swipe up करें।